मनुज मेहनत का, गीत गाए यहॉं आलसी बैठकर, कुछ न पाए यहाॅं।। मनुज मेहनत का, गीत गाए यहॉं आलसी बैठकर, कुछ न पाए यहाॅं।।
लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने वालों को शीघ्र ही मंजिल मिलती है। लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने वालों को शीघ्र ही मंजिल मिलती है।
साहस भरकर ही चींटी धीरे से पर्वत चढ़ जाती है, साहस भरकर ही चींटी धीरे से पर्वत चढ़ जाती है,
मणि मुक्ता मंत्र व्यर्थ उर गहरे गड़ी मेख। मणि मुक्ता मंत्र व्यर्थ उर गहरे गड़ी मेख।
तुम्हें नवगीत सुनाती हूँ बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ जीवन पथ पर आगे जाओ कभी ना रुकना तुम्हें नवगीत सुनाती हूँ बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ जीवन पथ पर आगे जाओ कभी ना रुकना
लगा कर दौड़ वक्त के साथ वक्त से फिर हाथ मिलाओ। लगा कर दौड़ वक्त के साथ वक्त से फिर हाथ मिलाओ।